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Showing posts from September, 2021

प्रतिरक्षा का अधिकार कब मृत्यु कारित करने तक होता है ?

भारतीय दंड संहिता की धारा 100 के अनुसार, शरीर की निजी प्रतिरक्षा के अधिकार का विस्तार, पूर्ववर्ती धारा में वर्णित बंधनों के अधीन रहते हुए, हमलावर की स्वेच्छा पूर्वक मॄत्यु कारित करने या कोई अन्य क्षति कारित करने तक है, यदि वह अपराध, जिसके कारण उस अधिकार के प्रयोग का अवसर आता है, एतस्मिनपश्चात निम्न प्रगणित भांतियों में से किसी भी भांति का है, अर्थात्: - पहला-ऐसा हमला जिससे युक्तियुक्त रूप से यह आशंका कारित हो कि अन्यथा ऐसे हमले का परिणाम मृत्यु होगा | दूसरा-ऐसा हमला जिससे युक्तियुक्त रूप से आशंका कारित हो कि अन्यथा ऐसे हमले का परिणाम घोर उपहति होगा; तीसरा- बलात्संग करने के आशय से किया गया हमला ; चौथा– प्रकृति-विरुद्ध काम-तृष्णा की तृप्ति के आशय से किया गया हमला ; पांचवां- व्यपहरण या अपहरण करने के आशय से किया गया हमला ; छठा–इस आशय से किया गया हमला कि किसी व्यक्ति का ऐसी परिस्थितियों में सदोष परिरोध किया जाए, जिनसे उसे युक्तियुक्त रूप से यह आशंका कारित हो कि वह अपने को छुड़वाने के लिए लोक प्राधिकारियों की सहायता प्राप्त नहीं कर सकेगा । सातवां – अम्ल फेकने का कार्य या प्रयास करना जि...

सर्वोच्च न्यायालय ने हिंदू अविभाजित परिवार (Hindu Undivided Family-HUF) के संदर्भ में ‘संबंध’ को निम्नलिखित किस आधार पर परिभाषित किया है ?

हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों की पीठ ने घरेलू हिंसा अधिनियम (Domestic Violence Act, 2005) की पुनः व्याख्या की जिसके तहत घरेलू कलह के किसी भी मामले में समानता एवं जीवन के अधिकार की रक्षा की बात कही गई। प्रमुख बिंदु न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ (D.Y. Chandrachud) एवं हेमंत गुप्ता (Hemant Gupta) की पीठ ने पानीपत सत्र न्यायाधीश के निर्णय की पुष्टि करते हुए घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 की पुनः व्याख्या की है। इस वाद के अनुसार दो भाई अपने पैतृक घर में संयुक्त परिवार के रूप में अलग-अलग मंजिलों पर रहते थे। लेकिन बड़े भाई की मृत्यु के बाद मृतक का छोटा भाई अपनी भाभी को घर में नहीं रहने दे रहा था। सत्र न्यायाधीश ने मृतक के भाई को मृतक की विधवा पत्नी और पुत्र के लिये सहायता राशि प्रदान करने का आदेश दिया। नया प्रावधान क्या है? सर्वोच्च न्यायालय ने हिंदू अविभाजित परिवार (Hindu Undivided Family-HUF) के संदर्भ में ‘संबंध’ को निम्नलिखित आधार पर परिभाषित किया है- जब दो व्यक्ति विवाह करके साथ रहे चुके हों या फिर साथ रह रहे हों; जब दो व्यक्तियों के संबंध की प्रकृति विवाह की तरह हो और वे एक ही...

Domestic Violence Act 2005 All sections

SECTIONS CHAPTER I PRELIMINARY 1. Short title, extent and commencement. 2. Definitions. CHAPTER II  DOMESTIC VIOLENCE 3. Definitions of domestic violence. CHAPTER III POWERS AND DUTIES OF PROTECTION OFFICERS, SERVICE PROVIDERS, ETC. 4. Information to Protection Officer and exclusion of liability of informant. 5. Duties of police officers, service providers and Magistrate. 6. Duties of shelter homes. 7. Duties of medical facilities. 8. Appointment of Protection Officers. 9. Duties and functions of Protection Officers. 10. Service providers. 11. Duties of Government. CHAPTER IV PROCEDURE FOR OBTAINING ORDERS OF RELIEFS 12. Application of Magistrate. 13. Service of notice. 14. Counselling. 15. Assistance of welfare expert. 16. Proceedings to be held in camera. 17. Right to reside in a shared household. 18. Protection orders. 19. Residence orders. 20. Monetary reliefs. 21. Custody orders. 22. Compensation orders. 23. Power to grant interim and ex parte orders. 24. Court to give copies ...

स्त्री अपशिष्ट रूपेण प्रतिषेध अधिनियम की धाराएं

मुख्य धाराएं  1. नाम और विस्तार 2. परिभाषाएं  3. स्त्री अपशिष्ट रूपेण अंतर्विष्ट करने वाले विज्ञापनों पर रोक 4. स्त्री अपशिष्ट रूपेण अंतर्विष्ट करने वाली पुस्तक, पुस्तिकाओं पर व उन्हें डाक द्वारा भेजे जाने पर रोक 5. प्रवेश करने और तलाशी लेने की शक्तियां 6. शास्ति 7. कंपनियों द्वारा अपराध 8.अपराधो का संज्ञेय और जमानतीय होना 9. सद्भाव द्वारा किए गए कार्यों के लिए उपबंध 10. नियम बनाने के शक्ति

वे दशाएं लिखिए जिनमें उस व्यक्ति द्वारा सुसंगत तथ्य का किया गया कथन सुसंगत है जो मर गया है या मिल नहीं सकता।

वे दशाएं जिनमें उस व्यक्ति द्वारा सुसंगत तथ्य का किया गया कथन सुसंगत है जो मर गया है या मिल नहीं सकता। जबकि वह  1. मृत्यु के कारण से संबंधित है 2. कारोबार के अनुक्रम में किया गया है 3. करने वाले के हित के विरुद्ध है 4. लोक अधिकार के बारे में या रूढ़़ी के बारे में राय देता है 5. नातेदारी के संबंध में कोई कथन है 6. कौटुंबिक बातों से या विल या विलेख से संबंधित है 7. धारा 13क में वर्णित संव्यवहार से संबंधित दस्तावेज में किया गया है 8. कई व्यक्ति द्वारा किया गया है एवं प्रश्नगत बात से संबंधित भावनाएं व्यक्त करता है।